Friday, February 18, 2022

बैशाख_नंदिनी

आप रास्ते से जा रहे हैं और अचानक सामने एक गधा खड़ा खिलखिलाता दिख जाये, तो आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी.? शायद आप कहें- "अरे वाह, गधा भी हंस रहा है.!" या गधे को हंसता देख आप भी खिलखिला उठें, या दुखी हो जाएं कि "देखो, हमसे अच्छा तो ये ही है, खुश तो है.!" 

लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे। हम तो मौके का फायदा उठा कर तुरंत गधे के चार दांत उखाड़ लेंगे, क्योंकि अगर गधे के दांत का चूरन बना उसका ताबीज बांधा जाये, तो पौरुष शक्ति में चमत्कारी वृद्धि होती है। अब आप कहोगे कि ऐसा चमत्कार कभी सुने नहीं हैं.. तो भाई, बंगाली बाबाओं की फलती फूलती दुकानदारी और निर्मल बाबा के भक्तों की संख्या देखकर भी आपको क्यों नहीं लगता कि हमारा फार्मूला भी चल सकता है.?

खैर.. यह तो शरद जोशी जी से प्रेरित मेरी कल्पनाशक्ति की आकस्मिक उड़ान थी आपके मुखड़े पर मुस्कान (कर्नाटक वाली नहीं) लाने के लिये, अब गधे पर गंभीर चर्चा..

दुनिया में गधों की दूसरी सबसे ज्यादा आबादी पाकिस्तान में है। आप फिर कहोगे कि इसमें तो पाकिस्तान पहले नंबर पर है.. लेकिन आप गलत हैं, क्योंकि दुगोड़ू_गधों को मिलाकर अब हम पाकिस्तान को कहीं पीछे छोड़ चुके हैं.. 

अंग्रेजी में जवान गधे को Jack और जवान खूबसूरत गधी को Jenny या Jennet कहते हैं। जिनको गधी के Jenny या Jennet नाम अजीब लगें, उनको गधी को शांतिदूतों की नजर से देखना चाहिये.. लिल्लाह, गधी हूर नजर आयेगी और आसमानी किताब के सदके गधी से इश्क हलाल भी होगा।

हां, तो गधा समाज की चर्चा आगे बढ़ाते हैं.. गधे और घोड़ी के समागम से एक नई नस्ल जन्मती है, जिसे खच्चर कहते हैं। खच्चर देखने में थोड़ा घोड़ा भले लगे, पर होता ये नल्ला टाइप गधा ही है। अक्सर इसे गधों के दल की सरदारी मिल जाती है और यह अपने गधे साथियों के साथ बेवजह ढिंचुआ कर आसपास के लोगों की नींद हराम करने में भी माहिर होता है।

इस खच्चर की एक बहिन भी होती है और असल में यह पूरी पोस्ट उस खच्चर_भगिनी का परिचय करवाने के उद्देश्य से ही लिखी गई है। अंग्रेजी में उसे Hinny और देशी ठर्रा भाषा में खच्चरिया कहते हैं। अब इस Hinny के नाक_होंठ भले ही घोड़ी जैसे दिखें, पर होती ये गधी ही है। चूंकि हम भारतीय पत्नीभय से चुपचाप डिस्कवरी चैनल की जगह एकता कपूर के 'कैसी दुल्हन जो पति को डराये..' टाइप के टीवी सीरियल देखते रहते हैं तो गधी, घोड़ी, घुड़खर और खच्चर वगैरह में आसानी से फर्क नहीं कर पाते हैं। ठीक है, गृहशांति का ध्यान रखिये और चैनल मत बदलिये। लेकिन फर्क करना जरूर सीखिये, कि कल जीवन या देश की महत्वपूर्ण घुड़दौड़ में आप घोड़े के धोखे में खच्चर या खच्चरिया पर दांव न खेल जाएं..

उद्देश्य सिर्फ आपको वाइल्ड_लाइफ पर थोड़ा जागरूक करना था। इस पोस्ट को पप्पू और उसकी बहिनजी से मत जोड़ियेगा, प्लीज.. 🙏

वैसे जोड़ भी लेंगे, तो मुझे क्या.?! 😜

No comments:

Post a Comment